लखनऊ के पास स्थित पर्वतीय स्थलों का लेख
अयोध्या, लखनऊ से एक छोटी सी दूरी पर स्थित है और यह भारतीय संस्कृति और धर्म के महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है। लखनऊ के पास कई सुंदर पर्वतीय स्थल हैं, जो आपके लिए एक आदर्श छुट्टी की जगह हो सकती हैं। यहां कुछ प्रमुख पर्वतीय स्थल हैं:
- चित्रकूट(दूरी-240 kms): यह लखनऊ से सबसे निकटवर्ती पर्वतीय स्थल है जो एक छोटी सी छुट्टी के लिए उपयुक्त हो सकता है। यह स्थल रामायण में भी उल्लेखित है और यही जगह है जहां भगवान राम, देवी सीता और भगवान लक्ष्मण ने अपना वनवास बिताया था। यहां की विंध्य पर्वतों की अद्भुत दृश्यों का आनंद लें। इस जगह पर रामघाट, हनुमान धारा, कामदगिरी मंदिर, स्फटिक शिला और गुप्त गोदावरी गुफाएं देखें।
- नौकुचियाताल(दूरी-376 kms): यह एक शांतिपूर्ण झील के किनारे स्थित है और यहां आप अपने परिवार के साथ आराम कर सकते हैं। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और शांतिपूर्ण वातावरण आपको आत्मा को शांति देगा।
- नैनीताल(दूरी-401 kms): यह एक और प्रसिद्ध पर्वतीय स्थल है जो लखनऊ से निकटवर्ती है। यहां आप शांतिपूर्ण झीलों, पिक्चरेस्क पहाड़ों और आत्मा को ताजगी देने वाले वातावरण का आनंद ले सकते हैं।
4.देहरादून(दूरी-401 kms) उत्तराखंड के देहरादून जिले में स्थित एक नगर है और यह एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल है। यहां की प्राकृतिक सौंदर्य, झीलें, और पर्वतीय दृश्यों का आनंद लेने के लिए कई दर्शनीय स्थल हैं।
नैनीताल झील: यह झील नौ कोनों वाली है और अंडरवॉटर स्ट्रीम द्वारा भरी जाती है। यहां बोटिंग का आनंद लें और झील के चारों ओर की खूबसूरती का आनंद उठाएं।
हनुमान मंदिर: नौकुचियाताल में 52 फीट ऊंची हनुमान की मूर्ति है।
भीमताल झील: नौकुचियाताल से 4 किमी दूर स्थित भीमताल झील भी दर्शनीय है।
नैनीताल: नौकुचियाताल से 26 किमी दूर स्थित नैनीताल भी एक आकर्षण है। यहां नैनीताल झील और शहर के दृश्य का आनंद लें।
नौकुचियाताल के यात्रा की आवश्यकताओं और समय के अनुसार आप इन विकल्पों में से चुन सकते हैं
5.कांटाल(दूरी-605 kms) हिल स्टेशन के बारे में
कांटाल हिल स्टेशन भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और मनमोहक वातावरण लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
कांटाल हिल स्टेशन वृक्षावलियों, पहाड़ियों और घने जंगलों से घिरा है। यहाँ का मौसम सुहावना होता है और गर्मियों में यह शीतल धुआँ के लिए एक आदर्श स्थान है। यहाँ की ब्रीज़ और चिरपिंग पक्षियों की ध्वनि लोगों को शांति और सुकून का अनुभव कराती है।
कांटाल हिल स्टेशन में पर्यटकों के लिए कई आकर्षक स्थल हैं। यहाँ के वन्यजीव अभ्यारण्य और नेचर वॉक्स प्राकृतिक जीवन को अनुभव करने का अवसर प्रदान करते हैं। इसके अलावा, कांटाल हिल स्टेशन में राजमहल और ऐतिहासिक किले जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल भी हैं।
यहाँ के पर्यटक विभिन्न राजनैतिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थलों को भी देखने का अवसर प्राप्त करते हैं। कांटाल हिल स्टेशन के आस-पास के गाँवों में भारतीय लोकसंस्कृति का अनुभव करने का अवसर भी मिलता है।
इसके रूप में, कांटाल हिल स्टेशन एक सुंदर, शांतिपूर्ण और पर्यावरणीय राज्य है जो पर्यटकों को अपनी प्राकृतिक सौंदर्य और स्थानीय सांस्कृतिक विरासत का अनुभव कराता है।
लैंसडाउन का स्थापना ब्रिटिश शासकों द्वारा की गई थी, और यह उनके आधिकारिक अधिवास के रूप में बनाया गया था। यहाँ का नाम ब्रिटिश गवर्नर जनरल लैंसडाउन के नाम पर रखा गया था।
लैंसडाउन के चारों ओर घने जंगल और पहाड़ी इलाके हैं, जिन्हें घिरते हुए इस स्थल को अत्यधिक शांतिपूर्ण और प्रिय बनाते हैं। यहाँ के प्राकृतिक दृश्य अद्वितीय हैं और इसे प्राकृतिक रमणीयता का केन्द्र माना जाता है।
लैंसडाउन में विभिन्न पर्यटन स्थल हैं जैसे कि तारकेश्वर मंदिर, भुला ताल, भूजाला ताल, गर्देनिया हॉटेल, विश्रामगृह, शिला फाटी, भीमपानी का पुल आदि। यहाँ पर्यटक घुमक्कड़ी, ट्रैकिंग, बर्फबारी, और अन्य विभिन्न गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
इसके अलावा, लैंसडाउन एक संगीतिक और सांस्कृतिक स्थल भी है, जहाँ पर्यटक स्थानीय लोगों की शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक संगीत का आनंद ले सकते हैं।
यहाँ की शांतिपूर्ण वातावरण, प्राकृतिक सौंदर्य, और स्थानीय संस्कृति का अनुभव करने के लिए लैंसडाउन एक आदर्श स्थान है।
7.चौकोरी(दूरी-502 kms) एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जो भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यह एक छोटे से गाँव का नाम है जो कुमायूं रीजन में स्थित है और अपने प्राकृतिक सौंदर्य, शांत माहौल और आत्मीयता के लिए प्रसिद्ध है।
चौकोरी का मौसम शांतिपूर्ण होता है और गर्मियों में यह शीतल धुआँ के लिए एक आदर्श स्थान है। यहाँ की प्राकृतिक दृश्य अद्वितीय हैं और इसे प्राकृतिक रमणीयता का केन्द्र माना जाता है।
चौकोरी में विभिन्न पर्यटन स्थल हैं जैसे कि महकाली मंदिर, पिंनाथ, धारावी जलप्रपात, चौकोरी वन्यजीव अभयारण्य, आदि। यहाँ पर्यटक घुमक्कड़ी, ट्रैकिंग, बर्फबारी, और अन्य विभिन्न गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
इसके अलावा, चौकोरी एक संगीतिक और सांस्कृतिक स्थल भी है, जहाँ पर्यटक स्थानीय लोगों की शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक संगीत का आनंद ले सकते हैं।
यहाँ की शांतिपूर्ण वातावरण, प्राकृतिक सौंदर्य, और स्थानीय संस्कृति का अनुभव करने के लिए चौकोरी एक आदर्श स्थान है।
8.कौसानी (दूरी-500 kms)उत्तराखंड के बेहद प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह एक छोटे से गाँव का नाम है जो हिमालय की श्रृंगारी चोटियों के बीच स्थित है। कौसानी को इसके प्राकृतिक सौंदर्य, विशाल हिमालयी दृश्यों, और शांत माहौल के लिए प्रसिद्ध किया जाता है।
यहाँ का मौसम सुहावना होता है, और गर्मियों में यह शीतल धुआँ के लिए एक आदर्श स्थान है। इसकी प्राकृतिक दृश्य सुंदर हैं और यह अपने अलग-अलग प्राकृतिक आकर्षणों के लिए प्रसिद्ध है।
कौसानी में विभिन्न पर्यटन स्थल हैं, जैसे कि अनाशक्ती आश्रम, बैगनाथ मंदिर, कौसानी वन्यजीव अभयारण्य, और अन्य धार्मिक और प्राकृतिक स्थल। यहाँ पर्यटक ट्रैकिंग, हाइकिंग, बर्फबारी, और अन्य गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
कौसानी का बगीचा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गोविंद वल्लभ पंत के नाम पर विशेष रूप से स्मृति में रखा गया है। यहाँ से चाणक्य ने भी अपनी विचारधारा का विकास किया था, जिससे इस स्थान को एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल के रूप में माना जाता है।
कौसानी की शांतिपूर्ण वातावरण, प्राकृतिक सौंदर्य, और स्थानीय संस्कृति का अनुभव करने के लिए यह एक आदर्श स्थान है।
9.बिनसार(दूरी-470 kms) उत्तराखंड राज्य के कुमायूं जिले में स्थित एक खूबसूरत पहाड़ी इलाका है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, शांतिपूर्ण माहौल और आध्यात्मिक वातावरण का महत्वाकांक्षी पर्यावरण पर्यटकों को आकर्षित करता है।
बिनसार की सुंदरता में पाए जाने वाले हिमालयी दृश्य अद्वितीय हैं। यहाँ से बिना संकोच किये हम नंदा देवी, पच्चेश्वर, कापेरेश्वर, आदि के आकर्षक दृश्यों का आनंद उठा सकते हैं।
बिनसार में विभिन्न पर्यटन स्थल हैं जैसे कि बिनसार वन्यजीव अभयारण्य, बिनसार विश्रामगृह, बिनसार महादेव मंदिर, चौली की जाली, आदि। यहाँ पर्यटक ट्रैकिंग, हाइकिंग, बर्फबारी, और अन्य गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
बिनसार का आध्यात्मिक महत्व भी उन्हीं बिहारों में है। यहाँ पर्यटक आध्यात्मिक सन्नाटा और मन की शांति का अनुभव कर सकते हैं।
बिनसार की प्राकृतिक सौंदर्य, शांतिपूर्ण वातावरण, और सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने के लिए यहाँ आना एक अनुभव यात्रा होती है।
10.पिथौरागढ़(दूरी-446 kms) उत्तराखंड राज्य का एक प्रमुख जिला है, जो भारत के पूर्वी हिमालय में स्थित है। यह एक ऐतिहासिक और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थान है जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
पिथौरागढ़ का नाम इस जिले के मुख्यालय के नाम पर रखा गया है। यहाँ का ऐतिहासिक महत्व भी उच्च है, क्योंकि यह कई प्राचीन धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों का निवास है।
पिथौरागढ़ के पास कई प्राकृतिक आकर्षण हैं, जैसे कि पंथेरा धारा, चांदकुप्पा, खटी पास, और अन्य बहुत कुछ। यहाँ के वन्यजीव अभयारण्य और नेचर वॉक्स पर्यटकों को प्राकृतिक जीवन का अनुभव करने का अवसर प्रदान करते हैं।
पिथौरागढ़ धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का गहन इतिहास रखता है। यहाँ कई प्राचीन मंदिर और धार्मिक स्थल हैं जैसे कि कपिल मुनि मंदिर, गांची मंदिर, धार्मिक गुफा, और अन्य।
पिथौरागढ़ की प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक महत्व, और सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने के लिए यहाँ एक आदर्श स्थान है। यहाँ का मौसम भी अद्वितीय है, जो पर्यटकों को इस खूबसूरत स्थल का आनंद लेने में और भी मदद करता है।
11.आल्मोरा(दूरी-448 kms) उत्तराखंड राज्य का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो कुमायूं पहाड़ियों के बीच स्थित है। यह छोटे से शहर का नाम है जो प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
आल्मोरा की सुंदरता में पाए जाने वाले हिमालयी दृश्य अद्वितीय हैं। यहाँ के चारों ओर पर्यावरण शांतिपूर्ण है और प्राकृतिक वातावरण से लाभान्वित है।
आल्मोरा में कई प्राचीन मंदिर और धार्मिक स्थल हैं, जैसे कि नंदा देवी मंदिर, कासार देवी मंदिर, गोलू देवता मंदिर, चिताई मंदिर, और अन्य। यहाँ के मंदिरों में विशेष धार्मिक महत्व है और यह धार्मिक परंपराओं का एक महत्वपूर्ण सेंटर है।
आल्मोरा में विभिन्न पर्यटन स्थल हैं, जैसे कि ब्राह्मकमाल, जातलि, बाजेडाम, कस्याली, और अन्य। यहाँ पर्यटक ट्रैकिंग, हाइकिंग, बर्फबारी, और अन्य गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
आल्मोरा की सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व, और सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने के लिए यहाँ आना एक अनुभव यात्रा होती है। यहाँ का मौसम भी बेहद सुहावना होता है, जो पर्यटकों को इस खूबसूरत स्थल का आनंद लेने में और भी मदद करता है।
12.रानीखेत (दूरी-441 kms)उत्तराखंड राज्य के कुमायूं जिले में स्थित एक प्रसिद्ध पहाड़ी शहर है। इसका नाम ब्रिटिश शासकों के समय में रानी पद्मिनी के नाम पर रखा गया था, जिन्होंने इस स्थल को अपना अधिकार किया था। रानीखेत को अपनी शांति, प्राकृतिक सौंदर्य, और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है।
रानीखेत का मौसम सुहावना होता है और यहाँ गर्मियों में भी शीतल धुआँ का मौसम होता है। इसकी प्राकृतिक दृश्य अद्वितीय हैं और इसे प्राकृतिक रमणीयता का केन्द्र माना जाता है।
रानीखेत में कई पर्यटन स्थल हैं, जैसे कि चौबटिया गार्डन, जुलियान पाइन्स, बाडिकुण्ड, जाटली देवी मंदिर, और अन्य। यहाँ पर्यटक ट्रैकिंग, हाइकिंग, बर्फबारी, और अन्य गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
रानीखेत की सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व, और प्राकृतिक विरासत का अनुभव करने के लिए यहाँ आना एक अनुभव यात्रा होती है। यहाँ का मौसम भी बेहद सुहावना होता है, जो पर्यटकों को इस खूबसूरत स्थल का आनंद लेने में और भी मदद करता है।
13.मुक्तेश्वर(दूरी-442 kms) उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले में स्थित एक पर्यटन स्थल है। यह पहाड़ी इलाका अपनी प्राकृतिक सौंदर्य और शांतिपूर्ण माहौल के लिए प्रसिद्ध है।
मुक्तेश्वर का नाम हिंदू धर्म के आध्यात्मिक महत्व के साथ जुड़ा है। इस स्थान पर एक प्राचीन मुक्तेश्वर धाम मंदिर स्थित है, जो मुक्ति और मोक्ष के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
मुक्तेश्वर में प्राकृतिक सौंदर्य की अत्यंत प्राचीन खोज की जा सकती है। यहाँ के वन्यजीव अभयारण्य और आदिवासी समुदायों के आदिवासी समुदायों के बारे में जानकारी देते हैं।
मुक्तेश्वर के पास कई पर्यटन स्थल हैं, जैसे कि चौबाटिया बाग, मुक्तेश्वर धाम मंदिर, मुक्तेश्वर फ्रुट बाग, और अन्य। यहाँ पर्यटक ट्रैकिंग, हाइकिंग, और नेचर वॉक्स का आनंद ले सकते हैं।
मुक्तेश्वर का मौसम भी सुहावना होता है और यहाँ गर्मियों में भी शीतल धुआँ का मौसम होता है। यहाँ की प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक महत्व, और सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने के लिए यहाँ आना एक अनुभव यात्रा होती है।
14.पंगोट(दूरी-418 kms) उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले में स्थित एक छोटा सा गाँव है, जो प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीव संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है। यह एक आदर्श स्थान है जहाँ आप प्रकृति के साथ समय बिता सकते हैं और वन्य जीवन का आनंद ले सकते हैं।
पंगोट का मौसम बहुत ही सुहावना होता है और यहाँ पर्यटक वर्षा के मौसम में भी अपने आपको शांतिपूर्णता के माहौल में पाएंगे। यहाँ की प्राकृतिक दृश्य सुंदर हैं और यह एक प्राकृतिक रमणीयता का केन्द्र है।
पंगोट एक प्रमुख बर्ड वॉचिंग स्थल है, जहाँ आप अनेक प्रकार के चिड़ियों को देख सकते हैं। यहाँ के पास एक वन्यजीव अभयारण्य भी है, जो अनेक प्रजातियों के वन्य जानवरों के घर है।
पंगोट के आस-पास कई प्राकृतिक आकर्षण हैं, जैसे कि किलाड़ी दार, चीनी देवी मंदिर, हनुमान गढ़ी, और अन्य। यहाँ पर्यटक ट्रैकिंग, हाइकिंग, और बर्ड वॉचिंग का आनंद ले सकते हैं।
पंगोट की शांतिपूर्ण वातावरण, प्राकृतिक सौंदर्य, और वन्य जीवन का अनुभव करने के लिए यहाँ आना एक अनुभव यात्रा होती है। यहाँ का मौसम भी बेहद सुहावना होता है, जो पर्यटकों को इस खूबसूरत स्थल का आनंद लेने में और भी मदद करता है।
15.भीमताल (दूरी-387 kms)उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह एक छोटा सा पर्यटन शहर है जो अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता, झील, और शांति भरे माहौल के लिए प्रसिद्ध है।
भीमताल का मुख्य आकर्षण भीमताल झील है, जो छोटे हिमालयी इलाके में स्थित है। यहाँ के पानी की सतह पर रोमांचक नौका यात्रा का आनंद लिया जा सकता है और झील के चारों ओर के प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लिया जा सकता है।
भीमताल के पास कई पर्यटन स्थल हैं, जैसे कि भीमताल झील, भीमशिला, हनुमान गढ़ी, विक्रमशिला, और अन्य। यहाँ पर्यटक ट्रैकिंग, हाइकिंग, नौका यात्रा, और अन्य गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
भीमताल की सुंदरता, शांतिपूर्ण माहौल, और प्राकृतिक सौंदर्य आकर्षक होते हैं। यह एक आदर्श पर्यटन स्थल है जहाँ पर्यटक अपने घर से दूर शांति और सुख की खोज कर सकते हैं। यहाँ का मौसम भी बेहद सुहावना होता है जो पर्यटकों को इस खूबसूरत स्थल का आनंद लेने में और भी मदद करता है।
चंपावत उत्तराखंड राज्य के पूर्वी क्षेत्र में स्थित एक छोटा शहर है। यह ऐतिहासिक और प्राकृतिक दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है।
16.चंपावत(दूरी-373 kms) का इतिहास बहुत प्राचीन है और यहाँ कई पुरातात्विक स्थल हैं। यहाँ का मुख्य आकर्षण चंपावत किला है, जो 16वीं सदी में बनाया गया था। इसके अलावा, यहाँ चंपावत का धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का भी भंडार है।
चंपावत के पास कई प्राकृतिक आकर्षण हैं, जैसे कि गंगोली दाम, बांसी दाम, लोहागढ़ वाटरफॉल, और अन्य। यहाँ पर्यटक ट्रैकिंग, हाइकिंग, और नेचर वॉक्स का आनंद ले सकते हैं।
चंपावत का मौसम बहुत ही सुहावना होता है और यहाँ पर्यटक वर्षा के मौसम में भी अपने आपको शांतिपूर्णता के माहौल में पाएंगे। चंपावत की सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व, और सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने के लिए यहाँ आना एक अनुभव यात्रा होती है। यहाँ का मौसम भी बेहद सुहावना होता है, जो पर्यटकों को इस खूबसूरत स्थल का आनंद लेने में और भी मदद करता है।
17.मसूरी(दूरी-803 kms) उत्तराखंड राज्य का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जिसे 'क्वीन ऑफ हिल्स' के नाम से भी जाना जाता है। यह पहाड़ों में स्थित है और इसकी प्राकृतिक सौंदर्यता, शांतिपूर्णता, और मस्ती भरा माहौल पर्यटकों को आकर्षित करता है।
मसूरी की सुंदरता और शांतिपूर्णता में उसके पहाड़ों के बीच स्थित वन्यजीव अभयारण्यों का अहम योगदान है। यहाँ के पास विभिन्न दृश्य हैं, जैसे कि कली खाना, लाल टिब्बा, कामेटी, और अन्य।
मसूरी में कई प्राचीन मंदिर, गार्डन, और धार्मिक स्थल हैं जैसे कि ज्वालाजी मंदिर, कृष्णा नगरी मंदिर, कामेटी देवी मंदिर, और अन्य। यहाँ का मौसम भी बहुत ही सुहावना होता है, जो पर्यटकों को इस खूबसूरत स्थल का आनंद लेने में और भी मदद करता है।
मसूरी में आने वाले पर्यटक इस शांतिपूर्ण और हरियाली भरे स्थल का आनंद लेते हैं, जहाँ वे अपने दिनों को शांतिपूर्णता में बिता सकते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।
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