दिल्ली से सीसू तक जाने के लिए कोई सीधी ट्रेन कनेक्टिविटी नहीं है।
आप दिल्ली से मनाली के लिए रात भर चलने वाली बस ले सकते हैं और फिर मनाली से सीसू के लिए लोकल बस या शेयर कैब ले सकते हैं। बस द्वारा कुल यात्रा समय लगभग 13-15 घंटे होगा।
यहाँ सार्वजनिक परिवहन द्वारा दिल्ली से सीसू तक पहुँचने के बारे में और जानकारी दी गई है:
- दिल्ली आईएसबीटी कश्मीरी गेट या आनंद विहार आईएसबीटी से मनाली के लिए रात भर चलने वाली बस लें। ये बसें नियमित रूप से चलती हैं और इनकी कीमत लगभग ₹1,700-₹2,000 है। यात्रा का समय लगभग 12-13 घंटे है।
- मनाली बस स्टैंड से आप सीसू के लिए लोकल बस या शेयर कैब ले सकते हैं। मनाली से सीसू तक का सफर समय लगभग 1.5-2 घंटे का होता है।
आप दिल्ली से सीसू बस टिकट बुकिंग वेबसाइटों के लिए ऑनलाइन भी खोज कर सकते हैं ताकि उपलब्धता की जांच कर सकें और अपने टिकट अग्रिम में बुक कर सकें।
यहां एक रास्ता है जिसे आप दिल्ली से सीसू जाते समय ले सकते हैं directions. हालांकि, दूरी काफी लंबी है (लगभग 617 किमी) और यात्रा का समय लगभग 9 घंटे 32 मिनट है। साथ ही, पहाड़ों में सड़क की स्थिति अप्रत्याशित हो सकती है, इसलिए किसी भी चीज के लिए तैयार रहना महत्वपूर्ण है।
सिस्सू घूमने के लिए बेहतरीन जगह हैं:
- सिस्सू झील: सुंदर पहाड़ों के बीच स्थित एक मानव निर्मित झील। यह विश्राम करने और आसपास की सुंदरता का आनंद लेने के लिए एक लोकप्रिय स्थान है।
- सिस्सू वाटरफॉल: सिस्सू गांव से लगभग 1 किमी दूर स्थित एक झरना। झरने तक पहुंचने के लिए थोड़े ट्रेक की आवश्यकता होती है लेकिन नज़ारे देखने लायक होते हैं।
- राजा गेपान मंदिर: लाhaul घाटी के संरक्षक देवता भगवान ग्याफांग को समर्पित एकमात्र मंदिर।
- कैंपिंग: अपने आश्चर्यजनक दृश्यों और साफ आसमान के साथ, सीसू कैंपिंग के लिए एक बेहतरीन जगह है। आप रात में तारों को देख सकते हैं और पहाड़ों की शांति का आनंद ले सकते हैं।
- घेपान झील ट्रेक: एक मध्यम कठिनाई वाला ट्रेक जो आपको कुछ खूबसूरत गांवों से होकर ले जाता है और हिमालय के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है।
यहाँ कुछ अतिरिक्त आस-पास के स्थान हैं जहाँ आप सीसू में रहते हुए जा सकते हैं:
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कीलोंग: लाहौल जिले की राजधानी, कीलोंग एक छोटा सा शहर है जिस पर तिब्बती प्रभाव है। यहां आप कीलोंग मठ, गोम्पा चुंग घूम सकते हैं और घाटी की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।
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** Kardang मठ:** यह खूबसूरत मठ सिस्सू से लगभग 20 किमी दूर स्थित है। यह हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े मठों में से एक है और आसपास के क्षेत्र के मनोरम दृश्य प्रदान करता है।
सिस्सू में रहने के लिए कई विकल्प हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह का अनुभव चाहते हैं। यहां कुछ लोकप्रिय विकल्प दिए गए हैं:
- होमस्टे: सिस्सू में कई होमस्टे हैं जो आपको स्थानीय संस्कृति का अनुभव करने और घर जैसा महसूस कराने का अवसर देते हैं। ये आमतौर पर बजट के अनुकूल होते हैं और स्वादिष्ट स्थानीय भोजन प्रदान करते हैं।
- हॉस्टल: युवा यात्रियों के लिए, सिस्सू में कुछ हॉस्टल हैं जो एक सामाजिक वातावरण और अन्य यात्रियों से मिलने का अवसर प्रदान करते हैं। ये आमतौर पर सबसे किफायती विकल्प होते हैं।
- होटल: सिस्सू में कुछ होटल भी हैं जो अधिक आधुनिक सुविधाएं प्रदान करते हैं, जैसे कि संलग्न बाथरूम और रेस्तरां। ये आम तौर पर होमस्टे और हॉस्टल से अधिक महंगे होते हैं।
कुछ लोकप्रिय स्थानों के नाम निम्नलिखित हैं (ध्यान दें कि उपलब्धता और मूल्य सीजन के अनुसार बदल सकते हैं, इसलिए बुकिंग करने से पहले जांच कर लें):
- मुसाफिर हॉस्टल (बैकपैकर हॉस्टल): यह किलोंग में स्थित है, जो सीसू से थोड़ी दूर है।
- ゾSTEL सिस्सू (बैकपैकर हॉस्टल): यह सीसू गांव में स्थित है और कैफे, गार्डन और लाउंज जैसी सुविधाएं प्रदान करता है।
- द बुलेवार- विस्पेरिंग विलोज़ (रिज़ॉर्ट होटल): लेह मनाली हाइवे पर स्थित यह रिजॉर्ट आधुनिक सुविधाएं और शानदार दृश्य प्रदान करता है।
- सिस्सू एडवेंचर कैंप्स एंड कॉटेजेज (कैंपग्राउंड): लेह मनाली हाइवे पर स्थित यह कैंपग्राउंड उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जो प्रकृति के बीच रहना चाहते हैं।
सीसू घूमने के लिए सबसे अच्छा समय वास्तव में आपके घूमने के अनुभव को किस तरह का बनाना चाहते हैं, इस पर निर्भर करता है!
यहां मौसम के हिसाब से सीसू घूमने का सबसे अच्छा समय बताया गया है:
गर्मी (अप्रैल से जून): अगर आप मैदानी इलाकों की तेज गर्मी से बचना चाहते हैं तो ये मौसम सीसू घूमने का अच्छा विकल्प है। इस दौरान मौसम खुशगवार रहता है, तापमान 15°C से 25°C के बीच रहता है। ट्रैकिंग, कैंपिंग और आसपास के क्षेत्रों की सैर करने के लिए यह अच्छा समय है। हालांकि, ध्यान दें कि अप्रैल के शुरुआत में अभी भी कुछ बर्फबारी हो सकती है।
बरसात (जुलाई और अगस्त): मानसून के कारण जुलाई और अगस्त में सीसू में आमतौर पर बारिश होती है। इससे सड़कें खराब हो सकती हैं और भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, बरसात के मौसम में सीसू घूमने की सलाह नहीं दी जाती है।
शरद ऋतु (सितंबर और अक्टूबर): सीसू घूमने का यह शानदार समय है। मौसम सुहाना रहता है, आमतौर पर बारिश नहीं होती और तापमान 10°C से 20°C के बीच रहता है। आसपास के पहाड़ों का नज़ारा शानदार होता है, पेड़ों के पत्ते रंग बदलने लगते हैं।
सर्दी (नवंबर से मार्च): सर्दियों में सीसू काफी ठंडा हो जाता है (तापमान -10°C से 5°C के बीच)। भारी हिमपात के कारण कई सड़कें बंद हो जाती हैं। हालांकि, अगर आप बर्फ से ढके हुए परिदृश्य का आनंद लेना चाहते हैं तो सर्दी का मौसम आपके लिए उपयुक्त हो सकता है।
इसके अलावा, अगर आप किसी खास त्यौहार के दौरान सीसू घूमना चाहते हैं, तो आप अगस्त में होने वाले तीन दिवसीय "पौड़ी" त्योहार के समय जा सकते हैं।
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