Kanpur से शिमला जाने के लिए आपके पास तीन विकल्प हैं: ट्रेन, बस या कार।
ट्रेन द्वारा
कानपुर से शिमला के लिए कोई सीधी ट्रेन नहीं है। हालांकि, आप कई ट्रेनों में से कोई एक लेकर शिमला पहुंच सकते हैं जो आपको चंडीगढ़ या कालका ले जाएगी। वहां से, आप शिमला के लिए टैक्सी या टॉय ट्रेन ले सकते हैं।
बस द्वारा
कानपुर से शिमला के लिए कोई सीधी बस नहीं है। हालांकि, आप दिल्ली के लिए बस ले सकते हैं और फिर वहां से शिमला के लिए दूसरी बस ले सकते हैं।
कार द्वारा
कानपुर से शिमला जाने का सबसे तेज़ तरीका कार से है। यात्रा में लगभग 14 घंटे लगते हैं। NH 34, NH 234, Agra Lucknow Expressway, Yamuna Expressway और NH 44 के रास्ते जाने का सबसे अच्छा मार्ग है। रास्ते में कई टोल हैं।
कानपुर से शिमला पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका आपकी आवश्यकताओं और बजट पर निर्भर करता है। ट्रेन सबसे किफायती विकल्प है, लेकिन इसमें सबसे अधिक समय लगता है। बस थोड़ी तेज है, लेकिन फिर भी इसमें काफी समय लगता है। कार सबसे तेज़ विकल्प है, लेकिन यह सबसे महंगा भी है
शिमला, हिमाचल प्रदेश की राजधानी, प्राकृतिक सुंदरता और ब्रिटिश राज के अवशेषों का एकदम मेल है। ये पहाड़ियों की रानी अपने मनोरम दृश्यों, औपनिवेशिक वास्तुकला और जीवंत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। तो, जब आप शिमला की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो यहां कुछ बेहतरीन स्थानों की सूची है जिन्हें आप अपनी यात्रा कार्यक्रम में शामिल कर सकते हैं:
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द रिज: शिमला का हृदय स्थल द रिज है। यह एक खुला मैदान है जो टाउन हॉल और क्राइस्ट चर्च से घिरा हुआ है। यहां आप घूमने टहलने, खरीदारी करने या बस पहाड़ों के मनोरम दृश्यों का आनंद लेने के लिए घंटों समय बिता सकते हैं।
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मॉल रोड: शिमला की यात्रा मॉल रोड पर जाए बिना अधूरी है। यह एक पैदल यात्री सड़क है जो रेस्तरां, दुकानों और मनोरंजन के विकल्पों से भरी हुई है। आप यहां ऊनी कपड़े, स्मृति चिन्ह, और हिमाचली हस्तशिल्प खरीद सकते हैं।
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क्राइस्ट चर्च: शिमला में स्थित सबसे पुराना चर्च, क्राइस्ट चर्च 1853 में बनाया गया था। यह नियो-गोथिक शैली में निर्मित है और इसकी खूबसूरत रंग-बिरुनी खिड़कियां हैं।
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इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ एडवांस स्टडी (IIAS): शिमला में घूमने के लिए एक अनोखी जगह है। भारतीय उन्नत अध्ययन संस्थान (IIAS) एक स्वायत्त संस्थान है जिसकी स्थापना 1966 में हुई थी। यह परिसर शांत वातावरण प्रदान करता है और हिमालय के लुभावने दृश्य प्रस्तुत करता है। हालाँकि, परिसर में प्रवेश के लिए अनुमति की आवश्यकता होती है।
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जाखू मंदिर: शिमला का यह प्रसिद्ध मंदिर हिंदू देवता हनुमान को समर्पित है। जाखू मंदिर 10,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और यहां से शिमला का मनोरम दृश्य दिखाई देता है।
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हिमालयन नेचर पार्क: प्रकृति प्रेमियों के लिए शिमला में घूमने के लिए एक शानदार जगह है। हिमालयन नेचर पार्क 90 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें वनस्पतियों और जीवों की समृद्ध विविधता है। आप यहां ट्रेकिंग, कैंपिंग और पक्षी देखने का आनंद ले सकते हैं।
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टॉय ट्रेन: शिमला कालीका हिमालयन रेलवे भारत की सबसे मनोरम ट्रेन यात्राओं में से एक है। यह ट्रेन मार्ग यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है।
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कufri: शिमला से लगभग 20 किमी दूर कुफरी एक छोटा सा हिल स्टेशन है। यह सर्दियों में स्कीइंग के लिए लोकप्रिय है।
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नारकंडा: शिमला से 62 किमी दूर स्थित नारकंडा एक और शांत हिल स्टेशन है। यह सेब के बागों और खूबसूरत परिदृश्य के लिए जाना जाता है।
शिमला घूमने का सबसे अच्छा समय आपके घूमने के शौक पर निर्भर करता है:
सुहाना मौसम पसंद है?
- मार्च से जून: शिमला घूमने का यह सबसे आदर्श समय है। इस दौरान मौसम सुहाना और खुशनुमा रहता है, यानी ना तो बहुत गर्मी होती है और ना ही बहुत सर्दी। घूमने-फिरने और बाहरी गतिविधियों के लिए यह मौसम सबसे अच्छा रहता है। तापमान 15 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
बर्फबारी देखना चाहते हैं?
- दिसंबर से फरवरी: अगर आप बर्फबारी का मज़ा लेना चाहते हैं, तो शिमला दिसंबर से फरवरी के बीच जा सकते हैं। इस दौरान यहाँ काफी ठंड पड़ती है और हिमपात भी होता है। हालांकि, इस मौसम में होटलों की बुकिंग पहले से करा लेनी ज़रूरी होती है, क्योंकि पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। साथ ही, सड़कें बंद होने की भी संभावना रहती है।
इन दोनों के बीच का मौसम पसंद है?
- सितंबर से नवंबर: अगर आप बहुत ज़्यादा गर्मी या सर्दी पसंद नहीं करते हैं, तो सितंबर से नवंबर के बीच शिमला घूमने जा सकते हैं। इस दौरान मौसम खुशनुमा रहता है, ना ज़्यादा गर्मी होती है और ना ही ज़्यादा सर्दी। हालांकि, बारिश होने की भी संभावना रहती है
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